माल्या का जोगीरा

जोगीरा सारा रा रा
लोन बांटा, फोन बांटा,
बांट दिया आधार।
पैसा लेकर माल्या भागा,
मोदी क्यों लाचार।
जोगी जी वाह वाह
जोगी जी वाह वाह
कर्जा लेकर माल्या बोला,
मत मांगो अब यार।
हिम्मत है तो आकर ले लो,
सात समंदर पार।
जोगी जी वाह वाह।
जोगी जी वाह वाह।
कौन बैंक का कर्जा अच्छा,
कौन देश का पानी?
कौन बनाए चाय पकौड़ा
कौन करे मनमानी।
वाह भाई वाह, वाह जोगी जी वाह।
पीएनबी का कर्जा अच्छा,
भारत देश का पानी।
ग्रेजुएट बेचे चाय पकौड़ा
बुढ़वन की मनमानी।
वाह भाई वाह, वाह खिलाड़ी वाह
अगल में देखा, बगल में देखा,
देखा चारों ओर।
सबकी जेबें खाली कर दी,
कैसा शातिर चोर।
वाह भाई वाह, वाह जोगी जी वाह।
किसको पंद्रह लाख मिले हैं,
किसको अरब करोड़?
कौन फिरे है बना कुंवारा,
अपनी बीबी छोड़?
वाह भाई वाह,
वाह जोगी जी वाह।
इनको पंद्रह लाख मिले हैं,
उनको अरब करोड़
भैया घूमे सूट पहनकर,
भौजाई को छोड़।
वाह भाई वाह, वाह जोगी जी वाह
काशी देखा, दिल्ली देखी,
देखा हिंदुस्तान।
बिना बुलाए फिर ना जाएं,
अब तो पाकिस्तान।
वाह भाई वाह, वाह जोगी जी वाह।
एक मिनिस्टर ऐसा देखा,
जिसका काला पैसा।
बुलेट ट्रेन की बातें करता,
सिंगापुर के जैसा।
वाह भाई वाह, वाह जोगीरा वाह।
जोगीरा सारा रा रा..........
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